देहरादून: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का एक और मामला सामने आया है। इस बार पीड़ित से करीब 24 लाख रुपये की ठगी की गई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद मुख्य आरोपी आनंद गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी अपने गिरोह के साथ मिलकर ठगी के इस रैकेट को अंजाम देता था।
फर्जी नियुक्ति पत्र के जरिए ठगी
डोईवाला निवासी गुरदीप सिंह ने 15 नवंबर को बसंत विहार थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि बसंत विहार स्थित रेनी इमिग्रेशन कंपनी के मालिक आनंद गुप्ता और उनकी पत्नी तानिया गुप्ता ने उन्हें ब्रिटेन में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके लिए उन्होंने गुरदीप से विभिन्न माध्यमों से 24 लाख रुपये वसूले।
आरोपियों ने गुरदीप को एक फर्जी नियुक्ति पत्र भेजा, जिसे स्किल्ड वर्कर के तौर पर ब्रिटेन की नौकरी का बताया गया। जब पीड़ित को धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उसने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उसे धमकाते हुए अपने कार्यालय से बाहर निकाल दिया।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए आनंद गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। थाना बसंत विहार के प्रभारी महावीर उनियाल ने बताया कि एसएसपी द्वारा धोखाधड़ी और कबूतरबाजी से जुड़े मामलों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए थे।
पुलिस ने आरोपी आनंद गुप्ता को पितांबरपुर, बड़ोंवाला से गिरफ्तार किया। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
पहले भी दर्ज हैं मुकदमे
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि आनंद गुप्ता और उनके गिरोह के खिलाफ पहले भी ठगी और धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी गिरोह संगठित तरीके से विदेश भेजने के नाम पर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाता था।
एसएसपी के निर्देश
एसएसपी देहरादून ने सभी थाना प्रभारियों को धोखाधड़ी और कबूतरबाजी से जुड़े मामलों का शीघ्र निपटारा करने और दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
यह मामला लोगों को आगाह करता है कि विदेश जाने के नाम पर कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।